ज्ञानमुद्रा
- पहले एक स्वच्छ और समतल जगह पर एक चटाई या योगा मैट बिछा दे।
- अब पद्मासन या वज्रासन में बैठ जाये।
- अपने हाथों को घुटनों पर रखे और हाथों की हथेली ऊपर की ओर आकाश की तरफ होनी चाहिए।
- अब तर्जनी उंगली (अंगूठे के साथ वाली) को गोलाकार मोडकर अंगूठे के अग्रभाग (सिरे) को स्पर्श करना हैं।
- अन्य तीनों उंगलियों को सीधा रखना हैं।
- यह ज्ञान मुद्रा दोनों हाथो से कर सकते हैं।
- आँखे बंद कर नियमित श्वसन करना हैं।
- साथ में ॐ का उच्चारण भी कर सकते हैं। मन से सारे विचार निकालकर मन को केवल ॐ पर केन्द्रित करना हैं।
- दिनभर में कम से कम 30 मिनिट से 45 मिनिट करने पर लाभ मिलता हैं।