आदी मुद्रा
- आदि मुद्रा में अंगूठे को कनिष्ठा के आधार पर रखे और उंगलियों को अंगूठे के ऊपर से मोड़कर हल्की मुट्ठी बना लें।
- हाथों को जाँघो पर हथेलियों को आकाश की ओर करके रखे और लंबी गहरी उज्जयी साँसे लें।
- एक बार फिर साँस के प्रवाह और शरीर पर इसके प्रभाव को देखें।
0 comments:
Post a Comment