शंखमुद्रा
- बायें हाथ का अँगूठा दायें हाथ की मुट्ठी में पकडें।
- अब बायें हाथ की तर्जनी दायें हाथ के अँगूठे के अग्रभाग को लगायें।
- बायें हाथ की अन्य उँगलियाँ दायें हाथ की उँगलियों पर हल्का सी दबाये।
- थोडी देर बाद हाथों को अदल-बदलकर पुनः यही मुद्रा करें।
- इस मुद्रा में अंगूठे का दबाव हथेली के बीच के भाग पर और मुट्ठी की तीन उंगलियों का दबाव शुक्र पर्वत पर पड़ता है जिससे हथेली में स्थित नाभि और थाइरॉइड (पूल्लिका) ग्रंथि के केंद्र दबते हैं|
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