प्राण मुद्रा


प्राण मुद्रा


- कनिष्ठिका और अनामिका (सबसे छोटी तथा उसके पास वाली) उंगलियों के सिरों को अंगूठे के सिरे से मिलाने पर प्राण मुद्रा बनती है।

- शेष दो उंगलियां सीधी रखें।

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