वायुमुद्रा
- पहले एक स्वच्छ और समतल जगह पर एक चटाई या योगा मैट बिछा दे।
- अब वज्रासन की तरह दोनों पैरों के घुटनों को मोड़कर बैठ जाएं।
- लेकिन रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी रहनी चाहिए और दोनो पैर अंगूठे के आगे से मिले रहने चाहिए।
- इंडेक्स अर्थात तर्जनी को हथेली की ओर मोड़ते हुए उसके प्रथम पेरे को अँगूठे से दबाएँ।
- हाथ की बाकी सारी उंगलियां बिल्कुल सीधी रहनी चाहिए।
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